3 मार्च सरासनी गांव नागौर में होने वाली किसान महापंचायत को लेकर गावों में किया जनसम्पर्क

3 मार्च सरासनी गांव नागौर में होने वाली किसान महापंचायत को लेकर गावों में किया जनसम्पर्क

                 डेह जेएसडब्ल्यू सीमेंट कंपनी के उत्पीड़न एवं पुलिस दमन के विरोध मे नागौर जिले के सरासनी गांव में होने वाली किसान मजदूर महापंचायत में आगामी 3 मार्च 2025 को सयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रिय नेता डॉ दर्शनपाल व अखिल भारतीय किसान संघ के डॉ संजय माधव केकेयु के राष्ट्रीय महासचिव शशिकांत, पंजाब महासचिव गुरमीत सिंह, अवतार सिंह, हरियाणा से सतीश आज़ाद, सेखावटी प्रभारी पोकरसिंह झाझडिया सहित देश के प्रमुख किसान नेता इस महापंचायत में शामिल होंगे| इस महापंचायत को लेकर आदोलित किसानो ने मंगलवार को खेतोलाव, सुरजनियावास, गगवाना, साडोकण, पीथासिया, हरिमा सहित आसपास के गाँवों में नुक्कड़ सभाएं कर आगामी 3 मार्च को होने वाली किसान महापंचायत में सरासनी आने का आहावान किया जनसम्पर्क के दोरान गाँवों में जेएसडब्ल्यू सीमेंट कंपनी के इशारे पर पुलिस और प्रशासन द्वारा किसानो पर की गई इस जबरन कार्यवाही पर ग्रामीणों में भारी आक्रोश देखने को मिला तथा गाँवों में मिल रहे भरपूर जन समर्थन को देखकर ऐसा लग रहा है कि इस महापंचायत में किसानो का भारी हुजूम उमडेगा।
               आज के जनसंपर्क कार्यक्रम में किसान नेता अनिल बारुपाल अखिल भारतीय किसान संघ के जायल तहसील अध्यक्ष रामप्रसाद डिडेल, केकेयू के मीडिया प्रभारी मानस भूषण, केकेयू के तहसील अध्यक्ष ओमप्रकाश भाम्भू जिला प्रभारी मेहराम चोधरी रामकिशोर बाजिया, राधाकिशन भांभू, हरसुख चौधरी, केकेयू के सरासनी अध्यक्ष शिवजीराम मिडिया प्रभारी हनुमानराम भाम्भू अन्नाराम मेघवाल, नेमाराम, पुरखाराम , बस्तीराम, सहित कई किसान मोजूद रहे|

                आपको बता दे कि अपनी जमीन की कीमत को लेकर नागौर के हरिमा और सरासनी गांव के किसान अगस्त 2024 से जेएसडब्ल्यू सीमेंट कंपनी खिलाफ धरने पर बैठे थे। 8 जनवरी 2025 को भारी पुलिस बल के द्वारा इस धरने को जबरन उठवाया गया। 27 किसानों पर नामजद और 77 अन्य किसानों पर 307,109 जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज किये गए जिसको लेकर किसानों में खासा रोष है।
किसान नेता अनिल बारूपाल ने हमसे बता करते हूए बताया कि। 8 जनवरी को कंपनी और स्थानीय प्रशासन ने पुलिस बल द्वारा पहले हमारे धरने को जबरन उठाया फिर वार्ता के नाम पर 2 महीने का समय मांगते हूए जबरन हमसे समझौता किया , 8 मार्च को समझौते की मियाद खत्म हो रही है। लेकिन हमारी मांगो पर अब तक कोई भी संतोषजनक कार्यवाही होती नहीं दिखाई दे रही है, इस लिए हम 3 मार्च को ये किसान महापंचायत कर रहें हैं। इस महा पंचायत के द्वारा हम प्रशासन और कंपनी के अधिकारिhयों को आगाह करना चाहते हैं कि अगर हमारी मांगो पर कोई ठोस कार्यवाही नहीं की गयी तो हम 8 मार्च के बाद पहले से भी बड़ा आंदोलन करेंगे।
              क्रांतिकारी किसान यूनियन के नागौर तहसील अध्यक्ष ओमप्रकाश ने 3 मार्च की महा पंचायत पर जानकारी देते हूए बताया कि इस महा पंचायत में UP, पंजाब, हरियाणा के किसान नेता आ रहें हैं। अब हमारा मुद्दा मात्र स्थानीय मुद्दा नहीं है बल्कि अब ये राष्ट्रीय मुद्दा बन चूका है जिसमें हमें देश भर के किसानों का समर्थन मिल रहा है। अब स्थानीय प्रशासन और पुलिस को हम पर दमन करना इतना आसान नहीं होगा।

            सम्भवना ये है कि 3 मार्च को किसान महा पंचायत में किसान अपने आंदोलन को आगे बड़ाने हेतु कुछ बड़े व ठोस फैसले ले सकते हैं।

मानस भूषण स्वतंत्र पत्रकार

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