भारत जोड़ो अभियान और वर्तमान राजनीतिक परिदृश्य पर भारत जोड़ो अभियान के राजस्थान के कोर्डिनेटर रमन यादव के साथ साक्षात्कार।

प्रश्न: भारत जोड़ो अभियान कोंग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के बाद बना तो अब ये अभियान कोंग्रेस का ही अभियान है या स्वतंत्र अभियान है?

उत्तर:देखिए भारत जोड़ो यात्रा की शुरुआत कोंग्रेस के नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में शुरू हुयी थी, पिछले कुछ समय से भाजपा RSS के द्वारा एक ऐसा माहौल बनाने की कोशिश की जा रही है जिसमें नफ़रत की विचारधारा को पनपाने का काम किया जा रहा है तो उसमें भारत जोड़ो यात्रा एक ऐसी यात्रा थी जिसमें एक दूसरे को जोड़ा जा सके। समाज को समाज से जोड़ा जा सके। व्यक्ति को व्यक्ति से जोड़ा जा सके। भाषा को भाषा से जोड़ा जा सके। इस उद्देश्य से ये यात्रा निकाली गयी थी।और उस उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए भारत के विभिन्न सामाजिक सगठनों, सिवल सॉसाययटी ग्रूप्स और कई छोटी राजनीतिक पार्टियों ने मिलकर ये तय किया कि वो इस यात्रा में स्वतंत्र रूप से जुड़ेंगे। और इस तरह से ये यात्रा कोंग्रेस की यात्रा न होकर पूरे देश की यात्रा बनी जिसमें निश्चित ही राहुल गांधी ने एक प्रमुख भूमिका निभाई थी और जो सिविल सॉसायटी थी उसने योगेन्द्र यादव जैसे चेहरे या राजस्थान से MKSS जैसे सामाजिक संगठन निखिल डे ,अरुणा जी जैसे लोग इस यात्रा का हिस्सा बने। तो मेरे हिसाब से ये यात्रा एक महत्वपूर्ण यात्रा थी। जिसमें भारत के लोगों को एक दूसरे के साथ में जोड़ने का काम किया।

Bharat Jodo Yatra

प्रश्न: अब जो ये अभियान है ये स्वतंत्र है या कोंग्रेस का ही हिस्सा है?

उत्तर: भारत जोड़ो यात्रा के बाद सिवल सॉसाययटी ऑर्गनायज़ेशन ने ये फ़ैसला लिया कि अब ये यात्रा तो हो गयी अब इसके आगे क्या? इस यात्रा को एक अचीवमेंट मानते हुए इस यात्रा के विचार को आगे ले जाने की ज़रूरत है। और ये फ़ैसला लिया गया कि जितने भी जन आंदोलन या सिवल सॉसाययटी ऑर्गनायज़ेशन हैं जो RSS की विचारधारा के ख़िलाफ़ हैं उसके ख़िलाफ़ लड़ने के लिए हमें संगठित होने की ज़रूरत है। तो भारत जोड़ो यात्रा से एक उम्मीद शुरू हुयी जिसने अभियान के बनने तक एक संगठन का रूप लिया , और संगठन से ज़्यादा एक आंदोलन का रूप लिया। इस अभियान का एक प्रमुख उद्देश्य है कि 2024 के लोकसभा के चुनाव में भाजपा को हराना है । ये एकदम क्लेयर हैं। क्यों कि जिस तरीक़े से इन्होंने किसानों पर अत्याचार किए हैं ,जिस तरीक़े से इन्होंने बुद्धिजीवियों पर अत्याचार किए हैं।जिस तरीक़े से इन्होंने देश के आम लोगों पर अत्याचार किए हैं तो अब देश को इनसे मुक्त होने की ज़रूरत है। और इस विचारधारा से मुक्ति का सबसे पहला द्वार जो है वो 2024 का चुनाव है। जिसमें इनकी हार 2024 में निश्चित है। क्योंकि इन्होंने जिस तरह से लोगों को बाटने का काम किया है तो अब लोग प्रताड़ित महसूस कर रहें हैं इस समय, और बदलाव चाहते हैं।

प्रश्न: आपका कहना है कि आपका मुख्य लक्ष्य है भाजपा को सत्ता से हटाना । तो भारत जोड़ो अभियान इसके लिए क्या करेगा। क्या अभियान खुद चुनाव लड़ेगा ? या वो विपक्षी पार्टियों के समर्थन में काम करेगा ? अभियान की मुख्यतः भूमिका क्या होगी?

उत्तर: देखिए भारत जोड़ो अभियान न तो अपने खुद के कैंडिडट देने वाला है न देगा। कर्नाटक चुनावों में भारत जोड़ो अभियान ने एक प्रमुख भूमिका निभाई जो वहाँ की सिवल सॉसाययटी है उसने इटेलू कर्नाटका एक अभियान चलाया था जिसमें भारत जोड़ो अभियान की एक प्रमुख भूमिका थी। तो वही काम अभियान राजस्थान के विधानसभा और आगे आने वाले लोकसभा चुनावों में निभाएगा। हम न तो इंडिया अलाइयन्स के कंडिटेस के सिलेक्शन में हस्तक्षेप करेगा। भारत जोड़ो अभियान का मुख्य रूप से काम ये रहेगा कि जिस भी राज्य में चुनाव होता है जैसे कि अभी हम लोग जयपुर में है तो राजस्थान चुनावों में हम भाजपा विरोधी पार्टियों को समर्थन करना है। हमारा लक्ष्य एक दम क्लीर है कि हम भाजपा और उसकी नफ़रत की राजनीति को हराना है। इसमें पोलिटिकल पार्टियाँ जो कर रही वो करे । हम स्वतंत्र रूप से इलाक़ों में जा रहें हैं , हमारे खुद के वालंटियर्स हैं जो विधानसभाओं में सक्रिय है। भाजपा के ख़िलाफ़ प्रचार कर रहें हैं। इंडिया अलाइयन्स के समर्थन में mobilisation का काम कर रहें हैं।

प्रश्न: आपका अभियान कहाँ कहाँ सक्रिय है?

उत्तर: हमारी टीम उन सभी राज्यों के अन्दर सक्रिय है इस समय जहां जहां पर भी विधान सभा चुनाव हैं। और हम लगातार अपने वोलेटियर को ट्रेनिंग देने का काम कर रहें हैं । उसके साथ ही अगर ज़रूरत होती है तो हम उन पोलिटिकल पार्टियों के कार्यकर्ताओं को भी ट्रेनिंग देने का काम करते हैं जो वैचारिक रूप से भाजपा के ख़िलाफ़ है या जो इंडिया अलाइयन्स का हिस्सा है। हम लोग उन सभी राज्यों में पूरी तरीक़े से सक्रिय हैं जहाँ जहाँ पर विधान सभा चुनाव हैं। हम विधान सभा के साथ साथ बूथ स्तर पर भी प्रमुख भूमिका निभाएँगे । हमारे कार्यकर्ताओं की संख्या लगातार बड़ती जा रही हैं । हमने पूरे देश भर से एक लाख 25 हज़ार कार्यकर्ता तैयार किए हैं । वो लोकसभा चुनावों के लिए लोकसभा के स्तर पर इंडिया अलाइयन्स और वैचारिक रूप से जो भाजपा के ख़िलाफ़ है उन सगठनों के साथ मिलकर काम करेंगे।

प्रश्न: आप योंगेंद्र यादव के संगठन जय किसान आंदोलन से हैं । योंगेंद्र यादव काफ़ी लंबे समय से एक बात बोलते हैं कि आज जनता को विरोध से ज़्यादा एक विकल्प देने की ज़रूरत है। इसमें मेरा सवाल ये है कि चाहे आर्थिक नीतियाँ हो या बेरोज़गारी का सवाल या किसानों को लेकर नीति इंडिया अलाइयन्स के ज़्यादातर जो दल हैं रहें हैं उनकी नीतियाँ भी कुछ ख़ास अलग नहीं रही भाजपा से तो क्या आपको लगता है कि भारत जोड़ों अभियान इंडिया अलाइयन्स के लिए एक प्रेशर ग्रुप के रूप में काम करेगा जिससे ऐसी नीतियाँ बन सके जिसका फ़ायदा जनता को मिल सके। और एक स्टेट का जो वेलफ़ेयर मॉडल है वो बच सके?

उत्तर: देखिए इसमें एक बात है कि सिवल सॉसाययटी जिसका हम भी हिस्सा हूँ। योगेन्द्र यादव जी के नेतृत्व में स्वराज इंडिया पार्टी का भी गठन हुया । और हमने लिखित में ये फ़ैसला किया है कि 2024 तक हम कोई चुनाव नहीं लड़ेंगे। क्यों कि हमारा काम इस समय देश को बचाना है और देश को बचाने के लिए सबसे ज़रूरी है कि जो नफ़रत भरी विचार धारा है जो भाजपा RSS द्वारा फैलाने का काम किया जा रहा है उसकों ख़त्म करने के लिए , उसके ख़िलाफ़ लोगों को संगठित करने के काम का फ़ैसला किया है। और निस्संदेह हमारे कोंग्रेस के या अन्य पार्टियों के साथ हमारे मतभेद रहें हैं लेकिन हमें इस समय हमारे संविधान को बचाना है। क्यों कि संविधान ही हमारी या हमारे देश की पहचान है। और अगर संविधान को ख़तरा होगा तो इसका मतलब हमारे देश को ख़तरा है। तो इस समय हमें देश पर जो ख़तरा है उसे ख़त्म करने की ज़रूरत है न कि आपसी वाद- विवाद में उलझने की। तो ये लिखित में फ़ैसला किया गया है कि जो भी पार्टी भारत के सेक्युलरिज़म पर भरोसा रखती हैं हम उनके साथ खड़े हैं।

प्रश्न: राजस्थान के विधान सभा चुनाव में भारत जोड़ो अभियान क्या करेगा । यहाँ के लिए क्या तैयारी हैं?

उत्तर: देखिए राजस्थान के अंदर हमने ये चिन्हित किया है कि 200 विधान सभाओं के अंदर हमारी टीमें काम करें। उसके हम राजस्थान में जितने भी सिवल सॉसाययटी ग्रूप्स है उनके साथ संवाद बनाने का काम कर रहें हैं और काफ़ी हद तक संवाद स्थापित हो भी चुका है। जैसे कोंग्रेस का वाररूप हैवैसे ही सिवल सॉसाययटी का भी एक अपना वॉररूम हमने हमारे ऑफ़िस में बनाया है। उस वाररूम में अलग अलग विधान सभा में क्या क्या गतिविधियाँ चल रहीं हैं उनका निर्देशन किया जाएगा और आगे आने वाले समय मेंउनकों क्या काम करना है उसके लिए भी गाइड किया जाएगा। संभाग स्तर पर कुछ विधान सभाओं को चिन्हित किया है जिसमें कोटा, उदयपुर, जयपुर हैं इसमें हमारी टीमें काम करेगी। एक कल्चरल टीम तैयार हुयी है जो संप्रदायिकता के ख़िलाफ़ अभियान चलाएगी। उसके साथ साथ किसान आंदोलन के समय भाजपा ने किसानों पर जो अत्याचार किए हैं उसको और जातिगत जणगढ़ना के सवाल को जनता के बीच ले जाने का काम करेंगी.

भारत जोड़ो अभियान के राजस्थान के कोर्डिनेटर रमन यादव का साक्षात्कार मानस भूषण द्वारा लिया गया

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