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भारत में महिलाओं के लिए क्यों आज भी चुनौती पूर्ण है अपने स्वास्थ्य अधिकारों को पाना? भाग 1​

अभी हम वैश्विक स्तर पर एक महामारी झेल चुके हैं।  कोविद-19  अपने साथ कई विनाश और चुनौतियों लेकर आय।  लेकिन उसके साथ साथ कई सबक भी देकर गया हालांकि। कोरोना का सेकंड फेज ही ये बताने में काफी है कि अब क्यों हमें एक सशक्त पब्लिक हेल्थ सेक्टर की सख्त जरुरत है।  एक ऐसे  पब्लिक […]

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A Call for Accountability and Justice: Here is the Verge of Brahmanical Attitude of BJP

The recent incident in Madhya Pradesh’s Sidhi, where a tribal labourer was subjected to a dehumanizing act by an individual associated with the ruling Bharatiya Janata Party (BJP), has ignited a firestorm of outrage and condemnation across the nation. This appalling act not only calls for immediate justice for the victim but also shines a

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BJP’s Priorities Questioned as Violence Escalates in Manipur​

The state of Manipur in the northeastern region of India is currently grappling with a severe crisis marked by violence, resulting in significant loss of life and the displacement of thousands since early May. Regrettably, the ruling party, BJP, has chosen to maintain a conspicuous silence on the matter, which raises legitimate concerns about its

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कैसी आजादी ?

कैसी आजादी ? प्रकाशित लेख  “भारत के आसमान में लाल तारा” नामक किताब से लिया गया है जो यान मिर्डल द्वारा लिखित किताब RED STAR OVER INDIA का हिंदी अनुवाद है। हिंदी भाषा में इसे सेतु प्रकाशनी कोलकाता की ओर से अर्चना दास एवं सुब्रतो दास द्वारा प्रकाशित किया गया है। ‘अगर विदेशी सरकार की

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संयुक्त किसान मोर्चा राजस्थान की बैठक सम्पन्न, किसान, खेतमजदूर, दलित आदिवासी संगठन हुए शामिल

संयुक्त किसान मोर्चा राजस्थान की बैठक सम्पन्न, किसान,खेतमजदूर, दलित आदिवासी संगठन हुए शामिल 3 सितंबर को जयपुर में आयोजित होगा प्रांतीय सम्मेलन। * न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी के कानून सहित किसानों के साथ केन्द्र सरकार द्वारा की गई वादाखिलाफी के विरोध में संघर्ष का ऐलान* प्रदेश के सभी जनता के संघर्षों का

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25 जून 1975 : आपातकाल और जेपी आंदोलन

लगभग पांच दशक होने जा रहे हैं, 25 जून1975 को इंदिरा निरंकुशता द्वारा देश पर आपातकाल थोपा गया था। नागरिक आजादी, संविधान में उल्लेखित मौलिक अधिकारों को स्थगित करके, विपक्ष (मुख्यतया गैर वामपंथी) के नेताओं को जेलों में ठूंसा गया‌ था। प्रेस की आजादी प्रतिबंधित कर दी गई थी, आंतरिक सुरक्षा कानून (MISA) राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (DIR) के साथ नौकरशाही को जनता का दमन करने के लिए खुला छोड़ दिया गया था। इसका विभत्स उदाहरण संजय गांधी का पांच सूत्रीय कार्यक्रम था, जिसके अंतर्गत जबरिया नसबंदी और सौंदर्यीकरण के नाम पर बुलडोजर राज था, जिसके अंतर्गत झुग्गियों को उजाड़ा गया, दिल्ली में तुर्कमान गेट के पास की झुग्गियों को बुलडोजर से ढहा दिया गया। बेघर लोगों को दिल्ली की सीमा से बाहर धकेल दिया गया।

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क्रांतिकारी किसान यूनियन का झुंझुनू जिला सम्मेलन संपन्न

संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेता डा दर्शन पाल ने संबोधित किया, देश भर के किसानों को व्यापक एकजुटता के साथ खेती किसानी को बचाने के लिए सड़कों पर व्यापक आंदोलन  खड़ा करना होगा। उक्त विचार संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेता डा दर्शन पाल ने व्यक्त किए। वे रविवार को सामुदायिक भवन में क्रांतिकारी किसान

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सतत विकास और आदिवासी

लेखक: मानस अगस्त 2021 में इंटरगवर्नमेंटल  पैनल ऑन क्लाइमेटचेंज (IPCC) जो कि सयुंक्त राष्ट्र की ही संस्था  है ने जलवायु परिवर्तन को लेकर एक रिपोर्ट जारी की जिसमे ग्लोबल वार्निंग को लेकर गंभीर खतरों को लेकर चिंता जाहिर की गयी थी। इस रिपोर्ट को मीडिया हाउसेस के द्वारा मानवता के लिए खतरे की घंटी कहा

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