BJP’s Priorities Questioned as Violence Escalates in Manipur​

The state of Manipur in the northeastern region of India is currently grappling with a severe crisis marked by violence, resulting in significant loss of life and the displacement of thousands since early May. Regrettably, the ruling party, BJP, has chosen to maintain a conspicuous silence on the matter, which raises legitimate concerns about its […]

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कैसी आजादी ?

कैसी आजादी ? प्रकाशित लेख  “भारत के आसमान में लाल तारा” नामक किताब से लिया गया है जो यान मिर्डल द्वारा लिखित किताब RED STAR OVER INDIA का हिंदी अनुवाद है। हिंदी भाषा में इसे सेतु प्रकाशनी कोलकाता की ओर से अर्चना दास एवं सुब्रतो दास द्वारा प्रकाशित किया गया है। ‘अगर विदेशी सरकार की

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संयुक्त किसान मोर्चा राजस्थान की बैठक सम्पन्न, किसान, खेतमजदूर, दलित आदिवासी संगठन हुए शामिल

संयुक्त किसान मोर्चा राजस्थान की बैठक सम्पन्न, किसान,खेतमजदूर, दलित आदिवासी संगठन हुए शामिल 3 सितंबर को जयपुर में आयोजित होगा प्रांतीय सम्मेलन। * न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की गारंटी के कानून सहित किसानों के साथ केन्द्र सरकार द्वारा की गई वादाखिलाफी के विरोध में संघर्ष का ऐलान* प्रदेश के सभी जनता के संघर्षों का

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सीपीआई (माओवादी) महासचिव गणपति के साथ यान मिर्डल एवं गौतम नवलखा की बातचीत

प्रकाशित इंटर्व्यू CPI (माओवादी) के तत्कालीन पार्टी महासचिव गणपति का है। इसे “भारत के आसमान में लाल तारा” नामक किताब से लिया गया है जो यान मिर्डल द्वारा लिखित किताब RED STAR OVER INDIA का हिंदी अनुवाद है। हिंदी भाषा में इसे सेतु प्रकाशनी कोलकाता की ओर से अर्चना दास एवं सुब्रतो दास द्वारा प्रकाशित

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25 जून 1975 : आपातकाल और जेपी आंदोलन

लगभग पांच दशक होने जा रहे हैं, 25 जून1975 को इंदिरा निरंकुशता द्वारा देश पर आपातकाल थोपा गया था। नागरिक आजादी, संविधान में उल्लेखित मौलिक अधिकारों को स्थगित करके, विपक्ष (मुख्यतया गैर वामपंथी) के नेताओं को जेलों में ठूंसा गया‌ था। प्रेस की आजादी प्रतिबंधित कर दी गई थी, आंतरिक सुरक्षा कानून (MISA) राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (DIR) के साथ नौकरशाही को जनता का दमन करने के लिए खुला छोड़ दिया गया था। इसका विभत्स उदाहरण संजय गांधी का पांच सूत्रीय कार्यक्रम था, जिसके अंतर्गत जबरिया नसबंदी और सौंदर्यीकरण के नाम पर बुलडोजर राज था, जिसके अंतर्गत झुग्गियों को उजाड़ा गया, दिल्ली में तुर्कमान गेट के पास की झुग्गियों को बुलडोजर से ढहा दिया गया। बेघर लोगों को दिल्ली की सीमा से बाहर धकेल दिया गया।

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किसान आंदोलन और MSP

किसान एक बार फिर से सड़कों पर हैं। 12 जून को किसानों ने हरियाणा के कुरुक्षेत्र में महापंचायत के बाद दिल्ली चंडीगढ़ हाइवे फिर से जाम कर दिया है। किसानों की मांग है कि किसान नेता गुरुनाम सिंह चढूनी सहित बाकि अन्य किसान नेताओं को तत्काल रिहा किया जाये और सूरजमुखी की फसल पर सरकार

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9, 10 जून को जयपुर में भाकपा माले (लिबरेशन )राज्य सम्मेलन का समापन

भाजपा-RSS के फासीवाद ख़िलाफ़ संघर्ष के संकल्प के साथ जयपुर में भाकपा माले ( लिबरेशन ) का दो दिवसीय राज्य सम्मेलन स्वामीकुमारानंद हॉल में 10 जून को समापन हुआ। 9 जून को सम्मेलन के प्रारम्भ के खुले सत्र में पार्टी के शीर्ष नेताओं के साथ प्रदेश के अन्य वामपंथी दल व साझा संघर्ष के जनतांत्रिक

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मानवाधिकार लोकतंत्र की बुनियाद है और ये बहुत ही ज़रूरी है-मेघवंशी

PUCL के नवनिर्वाचित अध्यक्ष भंवर मेघवंशी का साक्षात्कार, जो की मानस भूषण जी द्वारा हाल ही में लिया गया

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क्रांतिकारी किसान यूनियन का झुंझुनू जिला सम्मेलन संपन्न

संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेता डा दर्शन पाल ने संबोधित किया, देश भर के किसानों को व्यापक एकजुटता के साथ खेती किसानी को बचाने के लिए सड़कों पर व्यापक आंदोलन  खड़ा करना होगा। उक्त विचार संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय नेता डा दर्शन पाल ने व्यक्त किए। वे रविवार को सामुदायिक भवन में क्रांतिकारी किसान

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